Quick Facts – Anandiprasad Srivastava
पूरा नाम | आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव |
जन्म तिथि | 1899 ई० |
जन्म स्थान | फतेहपुर, उत्तर प्रदेश (भारत) |
पिता का नाम | ज्ञात नहीं |
माता का नाम | ज्ञात नहीं |
शिक्षा | बी० ए० |
पेशा | • अध्यापक • लेखक • कवि • कहानीकार |
कृतियाँ | • नाटक – अछूत • उपन्यास – अबलाओं का बल • कहानी संग्रह – मकरन्द आदि। |
भाषा | हिन्दी, खड़ी-बोली , अंग्रेजी |
नागरिकता | भारतीय |
किस काल कवि | छायावादी |
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जीवन परिचय – आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव (Anandiprasad Srivastava)
आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव का जन्म 1899 ई० में फतेहपुर, उत्तर प्रदेश के भारत में हुआ था । आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव जी छायावादी काल के कवि थे। शायद छायावादी समूह के किसी अन्य कवि ने इतने कम समय में इतना कुछ नहीं लिखा। वे उन कवियों के समान ही महत्वपूर्ण हैं जो नई शैलियों की खोज करते हैं और उन्हें विभिन्न तरीकों से सुधारते हैं।
साहित्य का परिचय
आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव ने अपनी कविताओं में छायावादी भावनाओं का सफल प्रयोग स्पष्ट रूप से दर्शाया है। यह उनका दुर्भाग्य है कि उनका कोई भी संग्रह प्रकाशित नहीं हो सका। उनकी रचनाएँ ‘सरस्वती’, ‘माधुरी’ और ‘विशाल भारत’ जैसी पत्रिकाओं में छपी हैं। चूँकि वे संग्रहित नहीं हो पाई हैं, इसलिए उनका कोई स्पष्ट आकार नहीं है। अपनी कविताओं में, वे प्रकृति के साथ एक गहरा संबंध साझा करते हैं। अन्य छायावादी कवि या तो प्रकृति को डरावने तरीके से दिखाते हैं या उसका वर्णन करने के लिए स्पष्ट भाषा या प्रतीकों का उपयोग नहीं करते हैं। आनंदीप्रसाद की भाषा हिंदी के समान है, जो बाद में कुछ अच्छे और आसान भावों में विकसित होती है। यद्यपि बहुत नए विचार नहीं हैं, फिर भी उन्हें व्यक्त करने का तरीका बहुत स्पष्ट और संपूर्ण है। अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव के.पी. प्रयाग स्कूल में शिक्षक बन गए
आनंदीप्रसाद श्रीवास्तव कृतियाँ (Anandiprasad Srivastava Kritya)
- नाटक – अछूत
- उपन्यास – अबलाओं का बल
- कहानी संग्रह – मकरन्द आदि।